सरकार के प्रयास से महिलाएं हो रही हैं स्वावलंबी : अनिला भेड़िया - बाल एवं महिला कल्याण मंत्री छत्तीसगढ़ सरकार
सार्वजनिक जीवन के क्षेत्र में जनप्रतिनिधि के रूप में अनिला भेंडिया सर्व प्रथम डौण्डीलोहारा क्षेत्र से जिला पंचायत दुर्ग के सदस्य के पद पर निर्वाचित

दुर्ग : सार्वजनिक जीवन के क्षेत्र में जनप्रतिनिधि के रूप में अनिला भेंडिया सर्व प्रथम डौण्डीलोहारा क्षेत्र से जिला पंचायत दुर्ग (वर्तमान जिला बालोद) के सदस्य के पद पर निर्वाचित हुई । तद्पश्चात 2013 में विधायक निर्वाचित हुई । पुनः पार्टी के वरिष्ठ नेताओं एवं सहयोगियों ने उन्हें 2018 में दोबारा विधायक निर्वाचन हेतु पार्टी से प्रत्याशी चयनित किया। वह 2018 विधानसभा डौण्डीलोहारा से पुनः दूसरी बार विधायक निर्वाचित हुई। प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल ने उन्हें महिला एवं बाल विकास तथा समाज कल्याण विभाग के मंत्री का दायित्व सौंपकर प्रदेश की जनता खासकर महिलाओं / बच्चो / दिव्यांगो एवं वृद्धजनों की सेवा करने का सुअवसर प्रदान किया। पेश है छ.ग. शासन की महिला एवं बाल विकास तथा समाज कल्याण विभाग मंत्री अनिला भेंडिया से विशेष बातचीत…
1. सवाल: आप दूसरी बार विधायक बनी, फिर एकदम मंत्री बन गई। क्या आपने कभी सोचा था कि सारी चीजें इतनी जल्दी होती जाएंगी..?
जवाब: सार्वजनिक जीवन के क्षेत्र में जनप्रतिनिधि के रूप में सर्व प्रथम डौण्डीलोहारा क्षेत्र से जिला पंचायत दुर्ग (वर्तमान जिला बालोद) के सदस्य के पद पर निर्वाचित हुई । तद्पश्चात जनता के बीच कार्य करते हुए भारतीय राष्ट्रीस कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के मार्गदर्शन / सहयोग एवं विधानसभा क्षेत्र डौण्डीलोहारा के क्षेत्रवासियों के आशीर्वाद से वर्ष 2013 में विधायक निर्वाचित हुई । पुनः पार्टी के वरिष्ठ नेताओं एवं सहयोगियों ने मुझे 2018 में दोबारा विधायक निर्वाचन हेतु पार्टी से प्रत्याशी चयनित किया। मेरे क्षेत्र के जनता के आशीर्वाद से मैं 2018 विधानसभा डौण्डीलोहारा से पुनः दूसरी बार विधायक निर्वाचित हुई। प्रदेश के मुखिया श्री भूपेश बघेल जी ने मुझे महिला एवं बाल विकास तथा समाज कल्याण विभाग के मंत्री का दायित्व सौंपकर प्रदेश की जनता खासकर महिलाओं / बच्चो / दिव्यांगो एवं वृद्धजनों की सेवा करने का सुअवसर प्रदान किया। वर्तमान दायित्व मेरे उक्त जनसेवा के लगातार किये गये प्रयासों के कारण मुझे प्राप्त हुआ है ऐसा मैं मानती हूँ ।
2. सवाल: आप एक राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखती हैं। क्या आपको आपकी इस पृष्ठभूमि का फायदा मिला.. ?
जवाब: पारिवारिक पृष्ठभूमि का हर व्यक्ति के व्यक्तित्व एवं कैरियर पर प्रभाव होता है मेरी पारिवारिक पृष्ठभूमि राजनीतिक होने से जनसेवा / सार्वजनिक जीवन में मिले दायित्वों की निर्वहन में सहयोग मिला है। पारिवारिक पृष्ठभूमि के कारण दायित्वों के सफल निर्वहन में लगातार सफल रही हूँ

“पारिवारिक पृष्ठभूमि का हर व्यक्ति के व्यक्तित्व एवं कैरियर पर प्रभाव होता है मेरी पारिवारिक पृष्ठभूमि राजनीतिक होने से जनसेवा / सार्वजनिक जीवन में मिले दायित्वों की निर्वहन में सहयोग मिला है। पारिवारिक पृष्ठभूमि के कारण दायित्वों के सफल निर्वहन में लगातार सफल रही हूँ ।”
3. सवाल: असल में आपकी राजनीतिक शुरूआत किस तरह से हुई..?
जवाब: मेरे पति भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी रहें है उनके द्वारा शासकीय दायित्वों के निर्वहन के दौरान जनसेवा के प्रति समर्पण एवं परिवार में पूर्व से राजनीतिक वातावरण होने से जनसेवा के उद्देश्य को लेकर सार्वजनिक जीवन / राजनीतिक शुरूवात करने की इच्छा हुई ।
4. सवाल: आप तो विधायक बन गई, मंत्री भी बन गई। लेकिन क्या आपको यह नहीं लगता कि आज भी आदिवासी महिलाएं राजनीति में नेतृत्व करने में पिछड़ी हुई हैं..?
जवाब: यह कहना सहीं नही है कि आदिवासी महिलाएं या अन्य महिलाएं राजनीति में नेतृत्व करने में पिछड़ी हुई है। मैं तो यह मानती हूँ कि महिलाएं जीवन के हर क्षेत्र में नेतृत्व करने में सक्षम एवं सफल हैं। देश एवं राज्य की राजनीति में सफल नेतृत्व प्रदान करने वाली आदिवासी एवं अन्य महिलाओं की गौरवशाली परम्परा रही है वर्तमान परिदृश्य में महिलाएं राजनीति में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से बहुत सक्रियता के साथ भाग लेती है।
माननीय मुख्यमंत्री जी ने मेरे विधानसभा क्षेत्र डौण्डीलोहारा अंतर्गत भेंट / मुलाकात के दौरान ग्राम घोटिया में नवीन महाविद्यालय की घोषणा की गई थी। जिसको बजट में शामिल किया गया है। यह कहना सही नही है कि इस सरकार में मंत्री या विधायकों की सुनवाई नही हो रही है। मेरा यह स्पष्ट मानना है कि माननीय श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में समाज के हर वर्ग के लोगों की सुनवाई हो रही है। हमारी सरकार संवेदनशील जिम्मेदार एवं भरोसे की सरकार है । जो सामूहिक नेतृत्व एवं सामूहिक उत्तरदायित्व
पर विश्वास करती है ।
5. सवाल: आप जब पहले सिर्फ राजनीति में थी । और बाद में मंत्री बन गई। क्या अब लोगों का आपकी तरफ देखने का नजरिया बदल गया है?
जवाब: राजनीतिक में आने से पूर्व एवं राजनीति में आने के बाद तथा मिले उत्तरदायित्वों / पदों के बाद भी मेरा लोगो के साथ संबंध पहले जैसा ही है। मै मानती हूँ कि पद / दायित्व प्राप्त होने के बाद जिम्मेदारी एवं जवाबदेही बढ़ जाती है कार्य करते-करते प्राप्त अनुभवों से हर व्यक्ति की संवेदनशीलता आमजनता के प्रति ज्यादा हो जाता है । मेरा नजरिया पूर्व से अब तक संवेदनशील एवं मानवीय ही रहा है।
6. सवाल: पुलिस और राजनीतिज्ञों में हमेशा वर्चस्व की लड़ाई रहती है। आपके घर में ये दोनों पद थे। क्या आपके घर में कभी कोई परेशानी आई ?
जवाब: पुलिस का कार्य एवं कार्यप्रणाली अलग होती है राजनीतिज्ञों की कार्यप्रणाली अलग होती है। लेकिन मूलतः सभी जनहित के लिए ही कार्य करते है । मेरे घर में ये दोनों पद थे लेकिन सभी अपने दायित्वों एवं कार्यप्रणाली से पूर्णतः अवगत रहें है एक दूसरे के कार्यक्षेत्र में हस्तक्षेप या परेशानी जैसे कोई स्थिति निर्मित नही हुई ।
7.सवाल: पहले जब आप विधायक थी, और अब मंत्री हैं। इन दोनों स्थितियों में आप कौन-सा बदलाव महसूस करती हैं?
जवाब: कोई बदलाव महसूस नही करती। मंत्री पद का दायित्व मिलने के बाद कार्य क्षेत्र का विस्तार हुआ है जिससे संवेदनशीलता एवं उत्तरदायित्व की भावना बढ़ी है।
8. सवाल: विधानसभा में बजट प्रस्तुत करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 06 नए महाविद्यालय प्रारंभ करने की घोषणा की थी लेकिन उसमें आपके इलाके का महाविद्यालय शामिल नहीं हो सका । जब इस सरकार में आप ही की सुनवाई नहीं हो रही है, जबकि आप मंत्री हैं ऐसे में विधायकों की क्या सुनवाई होगी और विपक्ष की सुनवाई होना तो दूर की बात है….?
जवाब: माननीय मुख्यमंत्री जी ने मेर धानसभा क्षेत्र डौण्डीलोहारा अंतर्गत भेंट / मुलाकात के दौरान ग्राम घोटिया में नवीन महाविद्यालय की घोषणा की गई थी। जिसको बजट में शामिल किया गया है। यह कहना सही नही है कि इस सरकार में मंत्री या विधायकों की सुनवाई नही हो रही है। मेरा यह स्पष्ट मानना है कि माननीय श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में समाज के हर वर्ग के लोगों की सुनवाई हो रही है। हमारी सरकार संवेदनशील जिम्मेदार एवं भरोसे की सरकार है । जो सामूहिक नेतृत्व एवं सामूहिक उत्तरदायित्व पर विश्वास करती है ।
“यह कहना सहीं नही है कि आदिवासी महिलाएं या अन्य महिलाएं राजनीति में नेतृत्व करने में पिछड़ी हुई है। मैं तो यह मानती हूँ कि महिलाएं जीवन के हर क्षेत्र में नेतृत्व करने में सक्षम एवं सफल हैं। देश एवं राज्य की राजनीति में सफल नेतृत्व प्रदान करने वाली आदिवासी एवं अन्य महिलाओं की गौरवशाली परम्परा रही है वर्तमान परिदृश्य में महिलाएं राजनीति में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से बहुत सक्रियता केसाथ भाग लेती है।”
9. सवाल: आप महिला बाल विकास मंत्री हैं। छत्तीसगढ़ में महिला-पुरुषों का अनुपात लगभग बराबर है। लेकिन क्या आप यह नहीं मानती कि छत्तीसगढ़ में शिक्षा में महिलाएं काफी पिछड़ी हुई हैं? और इसके लिए क्या कदम उठाए जाने चाहिए?
जवाब: यह कहना गलत है कि छ.ग. में महिलाएं शिक्षा के – क्षेत्र में पिछड़ी हुई है। आप बोर्ड परीक्षाओं प्रतियोगिता परीक्षाओं एवं अन्य परिक्षाओं के परीक्षा परिणाम को देख लीजिए । महिलाएं/बेटीयां प्रवीण्य सूची में स्थान बनाने के साथ-साथ सफल प्रत्याशियों में ज्यादा संख्या में मिलेंगी। शिक्षा के क्षेत्र में हमारी सरकार द्वारा बिना लैगिंक भेदभाव के शिक्षा स्तर एवं गुणवत्ता को बढ़ाने लगातार प्रयास कर रही है इसी कड़ी में आत्मानंद उत्कृष्ठ विद्यालय (हिन्दी एवं अंग्रेजी माध्यम) तथा आत्मानंद महाविद्यालय अंग्रेजी माध्यम की स्थापना की जा रही है।
10. सवाल: आपके पति की पुलिस में नौकरी थी। उनकी ट्रांसफर छत्तीसगढ़ के नक्सली इलाकों में भी हुई होगी। ऐसे समय आपकी मनःस्थिति कैसी रहती थी?
जवाब: मेरे पति अतिसंवेदनशील नक्सली क्षेत्रों में भी पदस्थ रहे है। नक्सली क्षेत्रों में पदस्थापना होने से स्वभाविक है तौर पर शुरू में भय लगता रहा है किन्तु दूसरी तरफ चुनौती पूर्ण दायित्वों के निर्वहन का जज्बा होने से सरकार के निर्देश के अनुरूप कर्तव्य पूर्ण करने का अवसर मानते हुए सामान्य पदस्थापना के तौर पर सफलतापूर्वक सेवाकाल पूर्ण किया गया। जिसमें मेरे द्वारा अपने पारिवारिक दायित्वों का निर्वहन किया गया।
11. सवाल: आप एक मंत्री होने के नाते पुलिसकर्मियों की महिलाओं के लिए आपने या आपके विभाग ने क्या काम किया है?
जवाब: महिला एवं बाल विकास विभाग जिसकी मैं भारसाधक मंत्री हूँ। विभाग का दायित्व एवं उद्देश्य सभी महिलाओं एवं बच्चों के सवार्गीण विकास के लिए कार्य करना है । मेरा विभाग बिना किसी भेदभाव या वर्ग प्राथमिकता के सभी महिलाओं चाहे वे किसी विभाग के हो या नहीं हो। सभी के लिए प्राथमिकता के आधार पर नीति एवं योजनाओं का क्रियान्वयन करते हुए उनके विकास के लिए काम करती है ।
12. सवाल: वैसे आम धारणा यह रहती हैं कि महिला बाल कल्याण विभाग का मंत्री पद एक छोटा-सा पद है। लेकिन यह धारणा गलत है। क्योंकि इस विभाग को मिलने वाला फंड काफी होता है। काम करने के लिए कई दिशाएं होती हैं। इस पर आपका क्या कहना है?
जवाब: क्षेत्र को फण्ड से तुलना किया जाना उचित नहीं है। महिला एवं बाल विकास विभाग का कार्यक्षेत्र प्रदेश की महिलाओं एवं बच्चों से सीधे संबंधित जो प्रदेश की आबादी का दो तिहाई हिस्सा है। इस लिहाज से विभाग को छोटा कैसे माना जा सकता है। महिलाओं एवं बच्चों के लिए कार्य करना संवेदनशील एवं चुनौतीपूर्ण होता है मुझे खुशी है उक्त चुनौतीपूर्ण दायित्व सम्हालने का मुझे अवसर दिया गया है। मैं एवं मेरा विभाग इस दायित्व को पूरी सक्षमता एवं ईमानदारी से पूर्ण करने का सफल प्रयास कर रहे है।
13. सवाल: आप एक मंत्री होने के नाते क्या-क्या करना चाहती हैं?
जवाब: शुरू से जब से मैं सार्वजनिक जीवन / राजनीति में ने आई हूँ मेरा एक मात्र उद्देश्य जनता की सेवा करना, उनके अधिकारों के लिए कार्य करना एवं उनकें सुख – दुःख में हमेशा सहभागी बनना रहा है। मंत्री होने के हीं नाते भी आज भी मेरा यही प्रयास रहता है ।

“आम धारणा यह रहती हैं कि महिला बाल कल्याण विभाग का मंत्री पद एक छोटा-सा पद है। लेकिन यह धारणा गलत है। क्षेत्र को फण्ड से तुलना किया जाना उचित नहीं है। महिला एवं बाल विकास विभाग का कार्यक्षेत्र प्रदेश की महिलाओं एवं बच्चों से सीधे संबंधित जो प्रदेश की आबादी का दो तिहाई हिस्सा है। इस लिहाज से विभाग को छोटा कैसे माना जा सकता है। महिलाओं एवं बच्चों के लिए कार्य करना संवेदनशील एवं चुनौतीपूर्ण होता है मुझे खुशी है उक्त चुनौतीपूर्ण दायित्व सम्हालने का मुझे अवसर दिया गया है। मैं एवं मेरा विभाग इस दायित्व को पूरी सक्षमता एवं ईमानदारी से पूर्ण करने का
सफल प्रयास कर रहे है।”
14. सवाल: छत्तीसगढ़ से लड़कियों का पलायन एक गंभीर समस्या है। उनका पलायन हुआ या उनको अगवा किया गया या प्लेसमेंट के नाम पर वह गई। नंदकुमार पटेल ने भी इस मुद्दे को उठाया था। इसके लिए आपका विभाग क्या काम कर रहा हैं? इस विषय में बघेल सरकार की क्या सोच है ?
जवाब: महिलाओं / लड़कियों तथा बच्चों के साथ हो रहे अपराध कानूनी एवं मानवीय दृष्टिकोण से भी उचित नहीं है। छत्तीसगढ़ से लड़कियों का पलायन एक पुरानी समस्या है। हमारी सरकार लगातार इस समस्या के समाधान के लिए सामूहिक रूप से प्रयास कर रही है, जिसमें सफलता मिल रही है। हमारे विभाग द्वारा इस समस्या के कारण एवं उनके दुष्परिणामों तथा बचने की उपायों के लिए जनजागरूकता के दिशा में काम कर रही है ।
15. सवाल: आपके विभाग में महिलाओं के स्किल विकास की कई योजनाएं हैं। लेकिन अक्सर देखा जाता है कि इन योजनाओं की जानकारी महिलाओं को नहीं मिल पाती और वह इन सुविधाओं से वंचित रह जाती हैं। इसके लिए आप एक महिला होने के नाते आपने कुछ सोचा हैं?
जवाब: हमारे विभाग द्वारा महिलाओं के स्किल डेवलपमेंट के साथ-साथ उनके रोजगार एवं स्वनियोजन के लिए योजनाएं क्रियान्वित की जा रही है। हमारे विभाग एवं अन्य विभागों द्वारा महिलाओं के लिए संचालित योजनाओं कार्यक्रमों, एवं सुविधाओं की जानकारी के लिए राज्य, जिला एवं ग्राम स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाता है। इस हेतु विभागीय अधिकारियों, कर्मचारियों द्वारा प्रत्यक्ष संपर्क कर जानकारी एवं मार्गदर्शन भी दिया जाता है। विभागीय योजनाओं का ब्रोसर, पाम्पलेट, बैनर , पोष्टर. वाल रायटिंग जैसे कार्य भी कराये जाते है ।
16. सवाल: आपके ससुरजी भी राजनीति में थे। क्या उनके कुछ अधूरे कार्य, जो आपने पूरे किये हैं? या उनकी कुछ योजनाएं जो आप पूरी कर रही हैं ?
जवाब: मेरे चाचा ससूर स्व. श्री झुमुकलाल जी भेड़िया राजनीति में रहें है। उनके आदर्शो पर मैं एवं मेरा पूरा परिवार चलकर जनसेवा को सर्वोच्च मानते हुए लगातार कार्य कर रहें है। उन्होंने अपने पूरे जीवन काल क्षेत्र की जनता के भलाई के लिए समर्पित किया। उसी परम्परा को निभाने का प्रयास मेरे द्वारा किया जा रहा ।
17. सवाल: क्या आपके कामों में या आपके विभाग की गतिविधियों में मुख्यमंत्री जी का कोई हस्तक्ष रहता है? या आपके विभाग के साथ उनका रवैया किस तरह का है ?
जवाब: नहीं। मान. मुख्यमंत्री जी का मेरे विभाग के कार्यों या गतिविधियों पर कोई हस्तक्षेप नही रहता है मेरे विभाग के प्रति माननीय मुख्यमंत्री जी का दृष्टिकोण बहुत ही साकारात्मक एवं सहयोगात्मक है। जब भी विभाग को माननीय मुख्यमंत्री जी के मार्गदर्शन या सहयोग की आवश्यकता होती है तो उनके द्वारा साकारात्मक मार्गदर्शन दिया जाता है। माननीय मुख्यमंत्री जी से बेहतर समन्वय स्थापित कर विभागीय कार्यो को पूर्ण किया जा रहा है।
“हमारे विभाग द्वारा महिलाओं के स्किल डेवलपमेंट के साथ-साथ उनके रोजगार एवं स्वनियोजन के लिए योजनाएं क्रियान्वित की जा रही है। हमारे विभाग एवं अन्य विभागों द्वारा महिलाओं के लिए संचालित योजनाओं कार्यक्रमों, एवं सुविधाओं की जानकारी के लिए राज्य, जिला एवं ग्राम स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाता है। इस हेतु विभागीय अधिकारियों, कर्मचारियों द्वारा प्रत्यक्ष संपर्क कर जानकारी एवं मार्गदर्शन भी दिया जाता है। विभागीय योजनाओं का ब्रोसर, पाम्पलेट, बैनर पोष्टर, वाल रायटिंग जैसे कार्य भी कराये जाते है ।
17. सवाल: पूरे मंत्रिमंडल में आपही एकमेव महिला मं हैं। और शायद सभी मंत्री समूह में नवोदित । त किस तरह का सहयोग मिलता है आपको इन वरिष्ठ मंत्रियों से?
जवाब: माननीय मुख्यमंत्री जी एवं मंत्री मंडल के समस्त सहयोगी वरिष्ठ मंत्रीयों से हमेशा मार्गदर्शन एवं सहयोग प्राप्त होता है मुझे कभी ऐसा प्रतीत ही नहीं होता कि विभागीय कार्यों के निष्पादन में कोई बाधा या दिक्कत हो रही है।
18. सवाल: आप राजनीति में आई, मंत्री भी बनीं। अब इसके आगे क्या…?
जवाब: मैने पूर्व में भी कहा है कि राजनीति में मैं जनसेवा के उद्देश्य को लेकर ही आई हूँ। मेरा कोई पद प्राप्त करने की महत्वाकांक्षा नही रही है, लेकिन मेरे वरिष्ठ नेताओं द्वारा दिये गये किसी भी दायित्व / जिम्मेदारी को पूर्ण निष्ठा के साथ निभाने की भावना एवं प्रयास हमेशा रहता है इसे ही आप मेरी महत्वाकांक्षा कह सकते है ।